मेरे प्यार का एक प्यार भरा लम्
मेरे प्यार का एक प्यार भरा लम्
दिल से निकलकर वो
होठों पर आ रहे हैं
उसे सामने देख कर
फिर से रुक गए है
उसकी नजरों को देख कर
मेरी नजरें झुक गई
न जाने क्या हो जाता है मुझे
जब वह सामने आता है
कभी ना रुकने वाली मेरी बातें
उसके सामने रुक जाती है
इतना काय है उसमें
निकले अल्फाज रूक जाते है
फिर भी ठान लिया मैंने
किया इश्क क्यू घबराऊ
उसकी नजरों में डाल के नजरें
अपने एहसास बताऊं
झुकी नज़रों को उठाया मैंने
उसकी आंखों में, डाल के आंखे
जो दिल में था बताया मैंने
मेरे बताने का तरीका
शायद उसे पसंद आया
इसके मनके अन्दर मेरे लिए प्यार था
इसीलिए पलट के उसने मुझे लव u कहा
उसके अल्फाज सुनके मेरी दडकन बगई
सिर्फ मन की बात बाथने जाने वाली मैं
एक हैप्पी का लम्हा बनके आइ
मेरे जीवन का है प्यार भरा लम्ह
मेरे प्यार का, ये प्यार भरा लम्हा।।।।।

