लगता है ऐसे जैसे हिल मिल दुनिया चलती है। लगता है ऐसे जैसे हिल मिल दुनिया चलती है।
जैसे बिन जल तड़पे मछली, वो सागर का पानी सूखा गए। कुछ इस तरह सामने आकर वो रुख पर पर्दा गिरा... जैसे बिन जल तड़पे मछली, वो सागर का पानी सूखा गए। कुछ इस तरह सामने आकर ...
लबों से तो कुछ ना कहूं, नज़रों से हर वो बात हो। लबों से तो कुछ ना कहूं, नज़रों से हर वो बात हो।
ही मेरे नाम का महल बनाते हैं। ही मेरे नाम का महल बनाते हैं।
सब तेरा उपहास कर रहे है, तू फिर भी मौन है क्या तेरा अस्तित्व गौण है सब तेरा उपहास कर रहे है, तू फिर भी मौन है क्या तेरा अस्तित्व गौण है
तू अगर सामने नहीं आई तो पता नहीं मेरा क्या होगा तू अगर सामने नहीं आई तो पता नहीं मेरा क्या होगा