मेरा परिवार
मेरा परिवार
जहां खुशियों की सौगात मिले
जहां संस्कारों की फुहार मिले
जहां सबको समान अधिकार मिले
जहां दुश्मन को भी सत्कार मिले...
जहां धर्म की बात श्रेष्ठ रहे
जहां ईमान का साथ सदा रहे
जहां शिष्टाचार की भेंट मिले
जहां दुष्टता को न स्थान मिले
जहां परवाह, सहयोग, स्नेह मिले
जहां शिक्षा की अखंड ज्योत जले
जहां उत्तम, तार्किक विचार मिले
हर जनम में मुझे ऐसा परिवार मिले।