मौसम
मौसम
मौसम का रुख जब भी बदलता है
तब प्रकृति का हर रंग बदलता है
हर मौसम अपनी कहानी खुद रचता है
जैसे बारिश का मौसम
हर पल कुछ बहुत कहता है
मानसून के आने से
खिल जाते हैं पेड़ पौधे भी
सावन के मौसम का आगाज बनाता है
हर लमहे को खास बनता है
सर्वत्र हरियाली ही नजर आती है
बदलते मौसम की याद सुहानी बसंत है
फिर पतझड़ का आगमन दुखद है
उसी तरह जीवन में सुख
और सुख के बाद दुख है
जिंदगी का आधार भी मौसम है और
जिंदगी भी मौसम की तरह बदलती है।।
