मैंने मोहब्बत नहीं की
मैंने मोहब्बत नहीं की
बाद में ना कहना कि मैंने मोहब्बत नहीं की ..
करना चाहता था बात पर हिम्मत नहीं की ..
जब देखा तुम्हें खुश तो क्या परेशान करना ,
यही सोच कर अपनी ओर से हरकत नहीं की ..
तुम से जाना खोने के बाद लौटता नहीं कोई ,
उप्पर वाले ने भी फिर दुबारा बरकत नहीं की ..
हां, इंतजार भी रहा लौट आने का तुम्हारे ,
इसी चक्कर में दूसरे किसी की चाहत नहीं की ..
सोचा था आगे बढ़ जाऊ बात करूं किसी से ,
लेकिन दूर रहते हुए भी तुम से बगावत नहीं की ..
आसरा लेकर उभर जाता ग़म-ए-हिज्र से बाहर मगर ,
दिल बहलाने के मक़सद से इश्क़ की तौमत नहीं की ..
सुनो लड़की, बेशक मैं तुम से झूठ बोलते रहा ,
इसका मतलब ये नहीं तुम्हारी इज़्जत नहीं की ..

