STORYMIRROR

Neerja Sharma

Action Inspirational Thriller

4  

Neerja Sharma

Action Inspirational Thriller

मैं मृगतृष्णा

मैं मृगतृष्णा

1 min
215

मैं मृगतृष्णा

तुम्हारी आस

तुम्हारी मन-प्यास

मैं मृगतृष्णा।


उत्तेजित हो 

ढूँढते यहाँ-वहाँ

मैं मृगतृष्णा।


न होती शान्त

निरंतर बढ़ती

मैं मृगतृष्णा।


पूर्ण है आस

फिर भी नहीं बुझी

मैं मृगतृष्णा।


सारी जिंदगी

रहा बेचैन मन

मैं मृगतृष्णा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action