मैं मानव हूँ
मैं मानव हूँ
मैंने जीवन को कटते देखा है
जीवन जीने को।
रास्ते के लिए
रास्ता बनाने को।
मैंने अमन का पतन देखा है
अमन पाने को।
मैं घर से निकला हूँ
घर की तलाश में
क्योंकि मैं मानव हूँ
दानव थोड़ी हूँ।।
मैंने जीवन को कटते देखा है
जीवन जीने को।
रास्ते के लिए
रास्ता बनाने को।
मैंने अमन का पतन देखा है
अमन पाने को।
मैं घर से निकला हूँ
घर की तलाश में
क्योंकि मैं मानव हूँ
दानव थोड़ी हूँ।।