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Sudhir Srivastava

Abstract

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Sudhir Srivastava

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सुकून

सुकून

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सुकून एक भाव है

एक अहसास है,

बस महसूस करिए।

सुकून आप खरीद नहीं सकते

बेच नहीं सकते, दे नहीं सकते

बस अहसास कर सकते हैं

कोशिश कर और करा सकते हैं।

आप कोशिश जरूर करें

पर जब तक खुद से बोध नहीं होगा

सुकून भी अधमरा सा होगा।

सुकून दिल से होता है

कोई भूखा नंगा होकर भी

सुकून से दिन गुजारता है,

कोई सोने के चम्मच से खाकर भी

सदा ही बेचैन रहता है,

सुकून तलाशते तलाशते

सौ सौ रोग लगा लेता है,

सुकून फिर भी नहीं पाता है,

क्योंकि सुकून का मतलब

समझ ही नहीं पाता है

सुकून खोजते खोजते

आखिर दम तोड़ देता है।



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