मैं और तुम
मैं और तुम


मैं हूं, तुम हो और हमारा साथ,
कोई मुश्किल कठिन नहीं,
हम आर हो या पार।
मैं हूं, तुम हो और हो मुस्कान,
जीवन की डगर पर चल पड़ेंगे,
करने पूरे अरमान।
मैं हूं, तुम हो और हमारा विश्वास,
निभा जाएंगे हर रिश्ते को,
एक यही है प्रयास।
मैं हूं, तुम हो और एक उम्मीद,
दुनिया के तीक्ष्ण बाणों के बीच,
लक्ष्य हमारी रसीद।
मैं हूं, तुम हो और हमारा प्यार,
किसी गम की कोई जगह नहीं,
सिर्फ खुशियां अपार।