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Mukesh Parmar

Abstract Romance Fantasy

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Mukesh Parmar

Abstract Romance Fantasy

मैं और तुम कहीं घूमने चले क्या ?

मैं और तुम कहीं घूमने चले क्या ?

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आज फिर कॉलेज के दिनों को याद करे क्या ?

आज फिर में और तुम कही साथ घूमने चले क्या ?

उस पीले रंगकी बस और दोस्तो के साथ चले क्या ?

आज फिर उन सड़को पे चले क्या ?


आज फिर उस जंगलों में घूमने चले क्या ?

हमारी पहली मुलाकात की बात करे क्या ?

उस वोटरफोल के नीचे प्यारी सी मुलाकात करे क्या ?

आज फिर कही घूमने चले क्या ?


आज फिर से ट्रैकिंग स्पॉट पे चले क्या ?

उस शाम की तरह कॉफी पीने चले क्या ?

तुम और में फिर कही दूर चले क्या ?

आज फिर कही मूवी देखने चले क्या ?


आज फिर कही घूमने चले क्या ?

अभी साढ़े तीन बजे हे, कॉल कर के याद करे क्या ? 

आज फिर से मीठी सी मुलाकात करे क्या !


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