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Shyam Kunvar Bharti

Drama

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Shyam Kunvar Bharti

Drama

माया में लोभाई

माया में लोभाई

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नईहर के छोड़ी आइलू ससुरा के घर में

माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम

झूठ साँच बोली पपवा बसवलु अपना मन में

सोन पिंजरवा छोड़ी सुगना उड़ी जईहे गगन ये राम


माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम

पियावा के छोड़ी नेहिया लगवलु देवर ये राम

जनिहे जे भेदवा सजना निकली न मूहवा बचन ये राम

कईलु ना दान धरमवा जिनगी फसवलु भवर ये राम


माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम

जाई ससुरवा नरक में डलिहे झर झर बहिहे नयन ये राम

सास ससुरवा लतवा लगवलु ननद भसूरवा झाड़ू ये राम  

सजना से कईलू दगाबाजी मटिया मिलवलु जनम ये राम


मुंहवा भजन ना कईलू गईलू न गोड़वा तीर्थ ये राम

परान जब निकसीहे मुंह से थर थर काँपी बदन ये राम  

लोगवा कहे सुना भाई भारती गुरुजी से नेहिया लगावा ये राम

सद्गुरु करीहे पार भवरिया मिलिहे परमगति जनम ये राम

माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम।


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