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Pragyaa Amberkar

Comedy

4  

Pragyaa Amberkar

Comedy

मानवता श्रेष्ठ धर्म

मानवता श्रेष्ठ धर्म

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मानवता है,

नई जीवन ज्योति,

नमन इन्हें।


त्याग तपस्या,

कर्मठता देती है,

नमन इसे।


दया कर दो,

गरीब लोगों पर,

नमन इन्हें।


अतिथि होते,

घर-देश की शोभा,

नमन इन्हें।


सुख-दुख है,

जीवन का हिस्सा है,

नमन इन्हें।


धर्म अनेक,

ईश्वर तो एक है,

नमन इन्हें।


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