Sajida Akram
Inspirational
हे भरोसा माँ को अपनी नन्हीं सी चोंच का,
नहीं गिर सकते हैं उसके नौनिहाल,
चाहे आए आंधी या तुफ़ान
माँ की शक्ति ही देती बच्चों को संम्बल ,
माँ ही उड़ा लेगी हम बच्चों को ऊंचाईयों पर
जब भरोसा हो पक्का तो हर बाधाएं होती
दूर
हौसला
"रफ़ूगार"(ग़ज...
ख़्यालों
"कविता का शीर...
धूनकी-धूनकी ल...
"ओंस"
"सुर्ख गुलाब"...
"किस मोड़"
"मखमली"
"बिटिया"... क...
सामाजिक दूरी अपनाएंगे, सामाजिक दूरी अपनाएंगे,
की सुबह आएगी उजालो को जो खींच लाएगी। की सुबह आएगी उजालो को जो खींच लाएगी।
आओ मिलकर जोर लगाएँ अपना देश बचाना है। आओ मिलकर जोर लगाएँ अपना देश बचाना है।
जिंदगी के इस सफर में बहुत से लोग आकर चले जाते हैं जिंदगी के इस सफर में बहुत से लोग आकर चले जाते हैं
समझो ना इसे २१ दिन की जेल ये तो है नियति का खेल। समझो ना इसे २१ दिन की जेल ये तो है नियति का खेल।
अच्छा करोगे अच्छा भाग्य बनेगा बुरा करोगे बुरा भाग्य बनेगा, अच्छा करोगे अच्छा भाग्य बनेगा बुरा करोगे बुरा भाग्य बनेगा,
हमें सबको यह समझाना है जल का एक एक बूंद बचाना है।। हमें सबको यह समझाना है जल का एक एक बूंद बचाना है।।
दुआ मांगते चलो अपने लिए और अपनों के लिए, दुआ मांगते चलो अपने लिए और अपनों के लिए,
मत भूलो तुम अपनी संस्कृति, हाथ मिलाकर न तुम महामार करो मत भूलो तुम अपनी संस्कृति, हाथ मिलाकर न तुम महामार करो
आओ फैलाये जन - जगरण, आबाद रहे अपना पर्यावरण। आओ फैलाये जन - जगरण, आबाद रहे अपना पर्यावरण।
चर्चा इसकी डगर -डगर है, दवा नाम पर अगर -मगर है चर्चा इसकी डगर -डगर है, दवा नाम पर अगर -मगर है
भीड़ भाड़ से दूर ही रहना, रखना इसका पूरा ध्यान भीड़ भाड़ से दूर ही रहना, रखना इसका पूरा ध्यान
रे !मानव तूने जो बोया , वही पाएगा। तू कहाँ और कब जाएगा। रे !मानव तूने जो बोया , वही पाएगा। तू कहाँ और कब जाएगा।
आपकी सेहत के लिए सब ने दुआ में हाथ उठाये हैं। आपकी सेहत के लिए सब ने दुआ में हाथ उठाये हैं।
अब पानी, मिलकर इसकी सारी प्यास, बुझाएगें। अब पानी, मिलकर इसकी सारी प्यास, बुझाएगें।
स्वयं से प्यार करे, सबको यही समझाना है। स्वयं से प्यार करे, सबको यही समझाना है।
बच्चों ने चाहा मात-पिता रहे नज़रों के आगे सदा प्यार मिले उनका बच्चों ने चाहा मात-पिता रहे नज़रों के आगे सदा प्यार मिले उनका
परवाज ने उसकी, फासले न बनाएं कभी । मिलती रही उसे, अपनों से दुआएं सभी । परवाज ने उसकी, फासले न बनाएं कभी । मिलती रही उसे, अपनों से दुआएं सभी ...
अमीरों का, न गरीबों का बंधन, न कोई धर्म का बंधन यह शाश्वत धर्म है वह धर्म जो चाहे चल आये अमीरों का, न गरीबों का बंधन, न कोई धर्म का बंधन यह शाश्वत धर्म है वह धर्म जो चा...
मीठी सुबह मैं घुल जाओ यही बता रही थी। मीठी सुबह मैं घुल जाओ यही बता रही थी।