मोहब्बत का दर्द
मोहब्बत का दर्द
किसी की याद में रोने से क्या फायदा,
सिर्फ यादें ही आएंगी वह तो नहीं आएगा।
अपनी यादों में ही तुम्हें तड़पाएगा,
तेरी याद बन कर दूर वह रह जाएगा।
खुद तो बहुत खुश रहेगा दूसरों में,
पर तुमको अपने लिए खूब सताएगा।
पूरा करेगा अपनी सारी ख्वाहिशों को,
तुम्हारी उम्मीदों को तोड़ तुम्हें रुलाएगा।
सोएगा बेखबर वह तुम्हारे दर्द से,
और तुम्हें दर्द में नींद भी ना आएगा।
दब जाओगी जिम्मेदारियों में तुम खुद को भूलकर,
अगर आएगा भी तो हक तुम पर जताएगा।
इतनी शिद्दत से ना तुम मोहब्बत करना,
यह मोहब्बत तुमको जिंदा लाश बनाएगा।