तू खुद की खोज में निकल ......
तू खुद की खोज में निकल ......
तू खुद की खोज में निकल
तू चल बस तू चल।
मत सोच ये
कौन तेरे साथ है
कौन तेरे पास है
खुद में बन तू सबल
तू चल बस तू चल।
चोट खाकर ठोकरों से
चलते चलते जब गिरे
बांध होसलो की किरण
तू प्रयास फिर से कर
खुद संभल तू खुद संभल।
आशाओं की लौ जला तू
खुद की धुन में चलता जा तू
न शोर कोई ओर सुन
बस खुद को खुद में तू ढूंढ।
खुद की खोज में निकल
तू चल बस तू चल।
