लव एंड करोना
लव एंड करोना
नव विवाहिता ने बेडरूम से आवाज़ लगाई,
सुनो ना करो ना जैसी मीठी ध्वनि आई,
दिल में लड्डू फूटे और मैंने ली अंगड़ाई,
आईने में खुद को निहारा
और माउथ वॉश से सांसें महकाई
बढ़ती धड़कनों कैसे काबू करूं भाई
सपनों में थी जो अबतक आज घर में है आई।
दरवाज़ा खोला तो कुछ और ही मंज़र था मेरे भाई
उर्वशी रम्भा मेनका नहीं बल्कि मुझे चंडी नजर आई
सच्ची सच्ची बोलो नहीं तो करूंगी मैं लड़ाई,
शादी में तुम्हारी मौसी थी इटली से आई,
पत्नी जी ने बहती नाक साफ करते हुए गुहार लगाई,
तुम्हारे सर की कसम मेरी करोना, इटली क्या वो
तो अम्बाला से कभी बाहर नहीं है आई।
दूर हटो तुम मुझे छूओ ना,मुझे लेने आ रहा
है मेरा भाई।
सुनते ही छूट गया मेरा पसीना, हाय मेरी किस्मत
ऐसी बुरी तो थी ना,
जाते जाते वो पलटी,और बोली सुनो ना
मेरे पास आई और फरमाई,एक बात तुम
अच्छी तरह से गांठ बांध लो ना
नाम मेरा है करीना नहीं है करोना।
नाम मेरा है करीना नहीं है करोना
मैंने दांतों के नीचे ऊंगली दबाई।
सच्ची बोलूं अभी मुझे गलती समझ आई
हाय रे करोना मेरी ले गया करीना
हाय रे करोना मेरी ले गया करीना।