(लोकगीत) सॉंझी मैया-८
(लोकगीत) सॉंझी मैया-८
लंगड़ा बाम्मन आजा पाजा
ऑंधी आवे उड़ जा,
मेह आवे बह जा
खाट बिछाऊँ, सो जा।
कड़वी कचरिया
कड़वी करेला बेल,
पूतन फलिया
लम्बी बेल।
आई सॉंझी सास के
नौ मन गहना लाद के,
गई देवी बाप के
नौ मन गूदा लाद के।
कोरा करवा
शीतल पानी
राज करो
महलों की रानी।