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chandraprabha kumar

Fantasy Others

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chandraprabha kumar

Fantasy Others

सुन्दर सा मौसम

सुन्दर सा मौसम

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 दूब घास

हरी हरी

लॉन में फैली,

क्यारी में उगे

पीले पीले फूल

सुन्दर लगते,

हरे पत्तों के बीच

कुछ पत्ते पीले

मोहक लगते

सार्थक लगते, 

किनारे में लम्बे खड़े

ऊँचे तरुवर

उन पर

छाया सी करते,

ऊपर आसमान में

सूरज चमका

प्यारी सी धूप

 बिखरी सब ओर,

थोड़ी गर्मी आई

सुबह का कोहरा हटा

धुन्ध हटी

हवा में गरमाहट आई, 

सब और सन्नाटा

सुन्दर सा मौसम

धूप के ताप से

तन मन हर्षाया,

कुछ अलसाया

सुकून से भरा 

कल्पना लोक में

विचरण हुआ।



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