अब ढूंढता हूँ उस खुशी को फेसबुक व्हाट्सप ट्विटरी मोबाईल गलियों में मगर जी ना भरता! अब ढूंढता हूँ उस खुशी को फेसबुक व्हाट्सप ट्विटरी मोबाईल गलियों में मगर जी ना ...
है तू भी कितना ग़जब का, हूँ मैं भी कितना अजब का है तू भी कितना ग़जब का, हूँ मैं भी कितना अजब का
अनंतकाल से ब्रह्माण्ड में विराजमान शब्द के मिटते ही शक्ति भी ...! अनंतकाल से ब्रह्माण्ड में विराजमान शब्द के मिटते ही शक्ति भी ...!
वन में राम-सिया का विचरण है, जहाॅं घट-घट रमा देवकीनंदन है। वन में राम-सिया का विचरण है, जहाॅं घट-घट रमा देवकीनंदन है।
मन के उमड़ते भावों की तरह उमड़ घुमड़ बादल सीमाहीन क्षितिज तक हर रोज निहारूँ । मन के उमड़ते भावों की तरह उमड़ घुमड़ बादल सीमाहीन क्षितिज तक हर रोज नि...
तपती धूप में सारे दिन विचरण करते हैं शाम ढले स्वामी के घर पर ये दिखते हैं तपती धूप में सारे दिन विचरण करते हैं शाम ढले स्वामी के घर पर ये दिखते हैं