अभाव में अपना जीवन अपनी पराकाष्ठा लिखूँ ? अभाव में अपना जीवन अपनी पराकाष्ठा लिखूँ ?
अनंतकाल से ब्रह्माण्ड में विराजमान शब्द के मिटते ही शक्ति भी ...! अनंतकाल से ब्रह्माण्ड में विराजमान शब्द के मिटते ही शक्ति भी ...!
इसलिये मेरी वरीयता में पथ हैं शिखर नहीं इसलिये मेरी वरीयता में पथ हैं शिखर नहीं
रिती नीति के ज्ञाता सब तुम में विदित तीनों लोकों की शक्ति तुम्हारे अंदर निहित रिती नीति के ज्ञाता सब तुम में विदित तीनों लोकों की शक्ति तुम्हारे अ...