कब तक हम विचरेंगे अपनी आँखों को मूंद के। कब तक हम विचरेंगे अपनी आँखों को मूंद के।
प्रतिभामुख भावुक कर्मनिष्ठ स्वाभिमानी साहसी इष्ट शिष्ट अति क्रोधित हो तो मौन धरे विद्रोह अध... प्रतिभामुख भावुक कर्मनिष्ठ स्वाभिमानी साहसी इष्ट शिष्ट अति क्रोधित हो तो म...
मित्रों की टोलियाँ बनवा कर अपना परचम लहरायेंगे ! मित्रों की टोलियाँ बनवा कर अपना परचम लहरायेंगे !
मैं डूबता लाल लाल सूर्य क्या तुम्हें याद है। मैं डूबता लाल लाल सूर्य क्या तुम्हें याद है।
बन जाता हूँ एक छाया-छत्र को लिए.. छत्रपति। बन जाता हूँ एक छाया-छत्र को लिए.. छत्रपति।
अब ढूंढता हूँ उस खुशी को फेसबुक व्हाट्सप ट्विटरी मोबाईल गलियों में मगर जी ना भरता! अब ढूंढता हूँ उस खुशी को फेसबुक व्हाट्सप ट्विटरी मोबाईल गलियों में मगर जी ना ...