सबके राम
सबके राम
समस्त सनातन को प्रतीक्षा
होगी राम लला की प्राण प्रतिष्ठा ,
जिस अभिजित मुहूर्त में जन्म हुआ था
उसी मुहूर्त में होगी प्राण प्रतिष्ठा।
श्रीराम से वैर नहीं
वे सबके सुहृद हैं,
रावण ने राम से वैर किया
उसका क्या हाल हुआ।
रावण के यहां
अग्नि खाना पकाते थे
पवन चंवर डुलाते थे
वरुण पानी भरते थे ।
रावण के जाने पर
राम विरोध से कोई उसको
रोनेवाला भी नहीं रहा
पानी देनेवाला भी नहीं रहा।
भगवान राम सबके हैं
जो चाहे जा सकता है,
जो चाहे दर्शन कर सकता है
राम भक्तवत्सल कृपालु हैं।