लोक व्यवहार नेग व्यवहार
लोक व्यवहार नेग व्यवहार
भारतीय संस्कृति मेंं
एक अहम हिस्सा
समाज में खुशी लाते
कभी जीवन में हलचल
लोक रिवाज,नेग व्यवहार
राधा ने भक्ती में सुध बुध खो
बिन जाने लोक व्यवहार
सहे लाझँन ,पीना पड़ा विष
पाया कृष्ण का प्रेम
विवाह में करते हैं नेग व्यवहार
होती हँसी ठिठोली लोक व्यवहार
कभी हो जाता है गलत व्यवहार
समाज में फैली दहेज की कुरीति
बेटी के बाप की गले की फाँस
सहने पड़ते ताने बेटी को बिन दहेज़
लोक व्यवहार नेग रिवाज
है समाज में प्रचलित लोक व्यवहार
सहज ही देते है समाज मेंं
सादगी से संदेश
प्राचीन मान्यताओं से जुड़ा
नेग व्यवहार
बढाता आपसी प्यार सौहार्दपूर्ण
इससे बनते रिश्ते भाई बहन के मजबूत,
आपसी सहयोग से
हो जाते बड़े बड़े काम
त्यौहार की प्राचीन मान्यताएं आसानी से
समझती हमारी नयी पीढी
धर्म से जुड़ा है लोक व्यवहार
जो ना समझ पाये लोक व्यवहार
रह जाता अकेला व्यक्ति
समाज से परिवार से।
