लड़की होना आसान नही है
लड़की होना आसान नही है
लड़की होना आसान नही है
उसका संघर्ष उसके जनम से ही शुरू हो जाता है
लड़की होना आसान नही होता
उसके जनम से ही लोग उसके पीछे पड़ जाते है
जैसे ही लड़की पैदा हुई
उस दिन से उसकी शादी की चिंता लोगो को होने लगती है
दुनिया का बस चले तो जिस दिन लड़की पैदा हुई उस दिन उसकी शादी करादे
लड़की होना आसान नही है
कभी वोह माँ बनकर दुःख सहती है
तो कभी बेटी और बहू बनके
लड़की की जिंदगी बहुत संघर्ष भरी रेहती है
वोह एक नई जिंदगी इस दुनिया मे लाती है
वोह कभी बेटी बन अपने माँ बाप की सेवा करती है
तोह एक तरफ़ बहू बनकर अपने सास ससुर का आधर करती है
लड़की होना आसान नही है
वोह पुरी जिंदगी अपने हक के लिए पुरी दुनिया से लड़ती है
कहते है औरत ही औरत की दुश्मन होती है
एक तरफ़ एक औरत अपने हक़ के लिए लड़ती है
तोह दुसरी ओर दुसरी औरत उसका हक़ मारती है
जिंदगी यूं ही बीत जाती है
लड़की होना आसान नही है
जिंदगी चलती जाती है
हिम्मत टूट जाती है
लड़की मर जाती है
फिर कही और एक नई लड़की का जनम होता है
फिर कहानी सुरु हो जाती है
इसलिए तो केहते है
लड़की होना आसान नही है।