ज़िन्दगी कितनी अजीब है
ज़िन्दगी कितनी अजीब है
ज़िन्दगी कितनी अजीब हैआज खुशी तोह कल गम है
ज़िन्दगी बहुत अजीब हैआज साथ में साथी हैतोह कल हम अकेले है
ज़िन्दगी बहुत अजीब हैसोच रही हूँ मैं की मैं कितना अकेला हूँ
जिसे मैंने प्यार कियाआज वोह किसी और के साथ है
खुश है उसे मेरे आशूओ से कोइ मतलब नहीं
क्यु ज़िन्दगी इतना खेल खेलती हैक्यु हमे कभी खुशी तोह कभी गम देती है
क्यु हमे इतना तड़पते हैजिसे इतना प्यार किया
उसने चहरे देखने से इनकार कर दिया
ज़िन्दगी बहुत अजीब हैकभी हमें रुलाती है तो कभी हँसाती है
ज़िन्दगी बड़ी अजीब हैआज है तोह कल नहीजितनी भी है खुशी रहो
क्या पता ज़िन्दगी मैं अलग मोड़ क्या आए