लड़का मतलब हवस नहीं होता
लड़का मतलब हवस नहीं होता
लड़के वैसे नहीं जैसा बताए जाते है
स्वतंत्र स्वतंत्र कह
जिम्मेदारीयों में उम्रभर जकड़ दिए जाते है
रोते नहीं बस आंसू को दफना दिए जाते
हमें लड़का कह् मर्द कह
बारूद के बिस्तर पे सुला दीए जाते
वैसे तो खूब निकलते
केंडल जलाने स्त्री शोषण में
क्या कभी किसी ने मरहम से
शब्द भी लिखे पुरुष के त्याग
भाई के पवित्रता और निश्छल पिता के प्रेम पे।
