लाल रंग - जुनून और प्यार
लाल रंग - जुनून और प्यार
करीब आकर भी ना तेरा आना हुआ
यादों के साथ ही दिल बहलाना हुआ
यादें भी अब धुंधली धुंधली सी हुई है
क्यों की तुम्हें मिले देखे जमाना हुआ
कुछ―कुछ यादों में कुछ―कुछ ज़ुबाँ पे
जुदाई–ए–मोहब्बत और क़ातिलाना हुआ
जुनून औ प्यार हद से पार होता गया मिरा
ख़्यालों ख्वाबों में देखा और दीवाना हुआ

