क्योंकि दोस्ती का रंग होता है
क्योंकि दोस्ती का रंग होता है
शब्द नहीं की क्या लिखूं
तेरी हैसियत है इतनी बड़ी
मेरा यकीं तुझमें है सदा बसा
तेरी नज़रों से मैंने देखा है जहां
ना चाहता हूँ कि हो ऐसा कोई लम्हा
जिसमें मुझे मेरे यार का साथ ना मिला
दुनिया का हर रिश्ता लगता है फीका
क्योंकि दोस्ती का रंग होता है बड़ा गहरा
ये अल्फ़ाज़ है सबसे बड़ा
जिसमें डूबा है मेरा कारवां
ऐसा कोई तराज़ू नहीं बना
जो दोस्ती को तोल है सका
खुशियों का रहता है पल वहां
जो आँगन दोस्त से है महका
ना होता कभी किसी दुःख का पहरा
क्योंकि दोस्ती का रंग होता है बड़ा गहरा
खुशनसीबों में होता है उनका चर्चा
जो दोस्ती को देते है सबसे ऊँचा दर्जा
मुश्किलें उनका कुछ ना बिगाड़ सकती
जिन्हें मिलती है दोस्तों की अच्छी संगति
कोई भी इस रिश्ते में हो सकता है यहां
चाहे मम्मी - पापा - भाई - बहन हो लगता
ना किसी धर्म से ये होता है कभी बंधा
क्योंकि दोस्ती का रंग होता है बड़ा गहरा।
