डांट
डांट
जिंदगी की डांट खाके
आगे बढ़ रहे हैं हम
रास्ते है बहुत कठिन
संभलकर चल रहे हैं हम
गिरकर खड़े रहते हैं
पत्थर से टकराते हैं हम
हार नहीं मानते हैं
नयी मंजिल खोजते हैं हम
अंधेरे में चलते हैं
उजालेसे नजरें मिलाते हैं हम
खामोशी को तोड़ते हैं
मुस्कराहट चेहरे पर लाते हैं हम।