क्या तुम वफा करोगी
क्या तुम वफा करोगी
बेवफा तूने प्यार में यह क्या किया,
कल के वादों को तूने आज तोड़ दिया।
दर्द सीने में है और अल्फाज ए बयां हैं,
कुछ तो बोल बेवफा यह जिंदगी कहां है।
आज अगर दिल बयां कर भी देगा,
तो कौन मेरा दर्द समझेगा,
रहने दो छोड़ो दफन होने दो,
मेरे जज्बात मेरे साथ ही जलने दो. .
कैसी है यह मोहब्बत की बातें,
जिसने निभाये नहीं किये वादे. .
आज अगर आवाज़ दी हमने,
तो मौत भी सजदा करेगी,
तुम्हें तो जिंदगी माना हमने,
क्या तुम वफा करोगी।