कुछ
कुछ
कुछ बातें कुछ यादें,
कुछ तन्हा कटती रातें।
कुछ वादे कुछ मुलाकातें
कुछ तन्हा मुस्कुराहटें।
कुछ दिन दीवानगी के
कुछ बेबसी सी शाम।
कुछ पल आवारगी के
कुछ पलों के अंजाम।
कुछ तुम दूर हो अभी
कुछ मन के पास।
कुछ तुम्हारा साथ है
कुछ तुम्हारे अहसास।
कुछ बढ़ी है दिल की धड़कन
कुछ थमी है साँस।
कुछ है खामोशी सी
कुछ तुम्हारी आवाज़।
कुछ मुश्किल है आगे बढ़ना
कुछ कठिन है थमना।
कुछ तुम्हारा हमारा साथ हो
तो सम्भव है सम्भलना।।

