Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Kawaljeet Gill

Abstract

3  

Kawaljeet Gill

Abstract

कुछ संकल्प कर लो

कुछ संकल्प कर लो

1 min
413


नया साल मुबारक हो आपको

नया साल आने से पहले

आओ कुछ गम पुराने भुला दे

ना रखे हम नफरत दिलो में


प्यार ही प्यार दिल में बसा ले

क्या खोया है हमने क्या पाया है

यह तो बीता हुआ कल हो गया।


अपनों से बड़ो का आदर हम करले,

अपनों से छोटो को प्यार का

सबक याद दिला दे,


रिश्तों को अपने हम संभल कर

रख ले माला की तरह,

न बिखरने दे हम उनको

मोतियों की तरह पिरो ले।


खुशिया ही खुशिया लेकर

नववर्ष में प्रवेश करे,

ताकि आने वाला वर्ष

हो खुशियो भरा,


आओ कुछ संकल्प हम भी

करले सब मिलकर,

देश की खातिर जीना है

देश की खातिर मरना है,


मिल जुलकर भाई भाई

की तरह रहना है,

कोई भेद भाव

मैल दिलों में नहीं रखना,


हर औरत का सम्मान करेंगे

बुरी नजर से ना देखेंगे,

औरत पर ना कोई जुल्म

ओ सितम होने देंगे,


दिया है जिसने हमको को

जन्म उसके हम रक्षक बनेगे,

कोई बुरी नजर जो डालेगा तो

उसको सबक शिकायेंगे,


बहुत हो गये जुल्मों सितम

अब इनका खात्मा करेंगे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract