कसम कैसे कैसे
कसम कैसे कैसे
मिले खुशी उनको किया जतन कैसे कैसे
मिलूँ न करूँ दीदार दिया कसम कैसे कैसे।
रखूँ महफूज उनको हर मुश्किलों बला से
उसी ने दिया मुझको है जख्म कैसे कैसे।
दिल के बदले मांगा दिल क्या गुनाह किया
खफा हो गए मुझसे मेरे वो सनम कैसे कैसे।
अब भी जिंदा उम्मीद लौट के आयेगा वो
मेरी वजह छोड़ गया शहरे वतन कैसे कैसे।
चाहो न चाओ मेरी नजर में रहो माना नहीं
याद में उसकी बहे मेरे अब नयन कैसे कैसे।