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Pratik Tarsekar

Tragedy Fantasy

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Pratik Tarsekar

Tragedy Fantasy

कसक

कसक

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कभी लगता है हमें,

हम अकेले ही ठीक हैं l

प्यार के बदले प्यार चाहिए, 

पर किस्मत में हमेशा ही भीख है।


हम लिखते जा रहे हैं,

हमारे गम का सिलसिला l

समय सबसे बलवान,

1 दिन करेगा वही फैसला।

डरते हैं खुद से,

कुछ गलत ना बोल दे आपसे l


मुंह से बोल भी देंगे पर दिल का क्या,

वो तो आपका ही है कब से।

मेरे दिल की तनहाई सिर्फ वही जाने,

जो सुने सिर्फ मेरे दिल के तराने l

अब तक तो कोई समझ नहीं पाया,

बन गए सालेे हजारों अफ़साने।


मेरे दूर जाने पर,

मेरे प्यार का एहसास आपको जरुर मिलेगा l 

तब ढूंढना जमाना,

दिलवाले तो बहुत मिलेंगे पर

प्यार कही नहीं खिलेगा।


कुछ घाव ऐसे भी है,

समय ही समय पर सबके आगे खोलेगा l

मैं रहूं या ना रहूं,

मेरे प्यार की गहराई 1 दिन

आपको जमाना बोलेगा।


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