कश्मीर
कश्मीर
सुबह -सुबह
मुह हाथ धोकर
पेट में कुछ भोजन
अंदर कर
बैठ गया।
सोना बेटा को पढ़ाने
होम टास्क की डायरी खोलने पर
देखा कश्मीर के उपर निबंध
भुले-बिसरे यादों को
समेटा
जो पढ़ा था
बहुत पहले।
कालेज के समय
उससे ही हो जाता
कश्मीर के उपर एक अच्छा निबंध
इतने पर उसने कहा
पापा, वहाँ पर तो गोली चल रहा है।
लोग मर रहे हैं
स्कूल-कॉलेज के दरवाजे
बन्द हुए हैं
वहाँ बच्चे को भी तो
पढ़ने का अधिकार है ?
उसका बात सुनकर
कुछ भी न बोल सका
सॉना बेटा और मैं
इंतजार में है
कश्मीर के धरती पर
शान्ति के फूल खिलने का।
