STORYMIRROR

Jai Singh(Jai)

Tragedy Action Inspirational

3  

Jai Singh(Jai)

Tragedy Action Inspirational

करो तर्क की बात

करो तर्क की बात

1 min
572

बिल्ली काटे जब रास्ता, बुरा मानते लोग 

खाली  मटका सामने, खूब  बढ़ाता रोग


खूब बढ़ाता रोग, छींक से काम बिगड़ता

मिले  भरोठा  काठ, वहम आगे ही बढ़ता


कह "जय" मन की बात, ढोंग से उडती खिल्ली

करो तर्क की बात, हटाओ भ्रम की बिल्ली। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy