कोई मिलेगा नहीं
कोई मिलेगा नहीं
तुम्हारी जिंदगी का कोई
किस्सा नहीं हिस्सा हूँ मैं,
किताब का कोई खाली
पन्ना नहीं किताब हूँ मैं,
मुझे भूल जाने की जो
कोशिश करोगे तो और
भी याद आऊंगी मैं,
कोई सपना नहीं हूँ तेरी
आँखों का जिंदगी की
हकीक़त हूँ मैं,
रंगों से प्यार सभी को होता है,
रंगों से गहरा रिश्ता हर
किसी का होता है,
बेरंग सी जिंदगी किसी को
रास नहीं आती,
सफेद रंग किसी को भाता नहीं है,
इसलिये कोई ना कोई
नया रंग मिल जाता इसमें,
भूली बिसरी यादों की तरह
हमको भी सीने से लगा लेना तुम,
कभी हम भी थे तेरे साथी
इस बात को ना भुलाना तुम,
कुछ अच्छे और सच्चे पल
मिलकर साथ गुजारे है हमने संग,
कभी रूठे है तेरे संग तो
कभी भी लड़े भी तेरे संग ।
कभी तुम्हारी तो कभी हमारी
ज़िद का जोर चला था,
जैसे भी थे दोस्त हम तुम्हारे
और तुम हमारे दोस्त थे,
तुम मुझे भूल जाओगे
तो ग़म कोई होगा नहीं ,
लेकिन हम सा दोस्त भी तो
तुमको कोई मिलेगा नहीं ।