किताब
किताब
ये किताबें ही तो है जनाब
जो जिन्दगी के हर रंग से
रूबरू कराती हैं हमें,
मन उदास भी हो तो
कोई हल्की चुलबुली सी कहानी हंसाती है हमें,
इनसे बड़ा हमदर्द कोई हो नहीं सकता
इनके हर लफ्ज़ और हर्फ पे
कभी रोती हैं आखें तो
कभी मुस्कराती है जिंदगी,
बहुत सबक सीखे जिन्दगी में जीने के इनसे
कभी मुफलिसी का माहौल
तो कभी अमीरी का आइना
दिखाती हैं हमें,
ये किताबें ही तो है जनाब
जो जिन्दगी के हर रंग से
रूबरु कराती हैं हमें..!