किसने रोक दिया प्रवाह को मेरे!
किसने रोक दिया प्रवाह को मेरे!
ये किसने रोक दिया
प्रवाह को मेरे
किसी की
हुई है क्या...?
ये नदी...!
कभी कह कर देखना
न रुक गई
तो...!!
बताओ जरा...!
तट पर जाने से
किसी ने रोका तो होगा...?
न जाओ उधर
टोका तो होगा...?
तुम्हे भी निगल जायेगी
कातिल है...,
समझाया तो होगा...,
बहुतों का जीवन ले लिया है,
नदी नहीं..., वह
प्रत्यक्ष काल है...।
ह्ह्ह्ह्ह्म
क्यों, बताया नहीं
किसी ने...?