किस पर लिखूँ
किस पर लिखूँ
भय, भूख, भ्रष्टाचार पर
या रोटी, कपड़ा, मकान पर।
सड़कों पर कराहती मानवता पर
या सरकारों के सिस्टम पर।
जात-पात, कर्म-कांड, अंधविश्वास पर
या शीशे की अदालत एवं पत्थर की गवाही पर।
विकलांग, बेरोजगार, विधि विमर्श पर,
या सैनिक, किसान, प्रवासी मजदूर पर।
ग्रामीण, आदिवासी, स्त्री विमर्श पर
या पर्यावरण, प्रेरणा, परिवार पर।
किन्नर, वृद्ध, समाज विमर्श पर
या शोध, न्याय, मीडिया पर।
आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल पर
या आधुनिक काल की प्रवृत्तियों पर।
अंबेडकर, गांधी, नेहरू, पटेल पर
या सभी स्वतंत्रता सेनानियों पर।
बुद्ध, सावित्रीबाई, शाहूजी महाराज, पेरियार पर
या सभी सामाजिक चिंतन वादियों पर।
किशोरावस्था में बहन की मौत पर
या पितामह स्मृति शेष श्री रामबली पर।
माता-पिता, सगे, साथियों पर
या स्मृति शेष पहलवान शिवदेनी यादव पर।
स्वयं की घनीभूत पीड़ा पर
या निःशक्त जन की कठिनाइयों पर।