पापा
पापा
दिन-रात , ताउम्र ,
हमें सजाते हैं पापा ।
राई - राई जोड़कर ,
पर्वत पर चढ़ाते हैं पापा।
स्वप्न में भी ख्वाब देखते हैं,
मुझे राजा बनाने का इंतजाम करते हैं पापा।
धन्य है आप,
धन्य है आपकी धीरता पापा ।
आप आईना हैं,
बारंबार आपको देखता रहूँ पापा।
चरण वंदन तो औपचारिकता है,
जन्म जन्मांतर आपकी गोद में खेलता रहूँ पापा ।