खुद-ए-खुदा साथ
खुद-ए-खुदा साथ
टेढ़ा-मेढ़ा रस्ता होगा
अच्छे बुरे साथ होंगे
अपना कौन पराया कोन जान जाओंगे
परछाई भी साथ छोडके चली जायेगी
फिर भी जिंदगी का एक्झाम पास करना होगा
पर तू गोलमाल न करना
सच्चाई की राह कभी ना छोडना
सच्चे दिल से मेहनत करना
रहेम-ए- रहमत खुदा की।
वो भी तरस जायेगा
हात छूमके तेरे
खुदा भी आंसू बहायेगा
आसान लगेगी तुझे तेरी राहे
सोने पे सुहागा होगा और
शक्तिशाली होगी तेरी बाहें।