खर्च कर दिया
खर्च कर दिया


खर्च कर दिया खुद को,
तुझ को " बड़ा" बनाने में,
दूध- रक्त पिला कर पाला था
एकदिन तुझे।
पर अब,
उसी कर्ज़ का तूने
कुछ यूँ कर दिया भुगतान,
माँ को रद्दी समझकर फेंक आया
किसी वृद्धाश्रम के द्वार।।
खर्च कर दिया खुद को,
तुझ को " बड़ा" बनाने में,
दूध- रक्त पिला कर पाला था
एकदिन तुझे।
पर अब,
उसी कर्ज़ का तूने
कुछ यूँ कर दिया भुगतान,
माँ को रद्दी समझकर फेंक आया
किसी वृद्धाश्रम के द्वार।।