हिंदी कवयित्री और कहानीकार शिक्षा: एम. ए. हिंदी और संस्कृत संप्रति: हिंदी लेखन - संपादन कार्य छह-सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। सम्मान: विभिन्न साहित्यिक मंचों द्वारा विविध सम्मानों से सम्मानित।
उस समय ऐसा लगा, मानो उम्मीद के बादल असंख्य बूँदों के रूप में चमक रहे हों। उस समय ऐसा लगा, मानो उम्मीद के बादल असंख्य बूँदों के रूप में चमक रहे हों।
से भी गाजर का हलवा मेरी भी कमज़ोरी है। यही खिलाकर तो तुमने मुझे अपना बना लिया था"। से भी गाजर का हलवा मेरी भी कमज़ोरी है। यही खिलाकर तो तुमने मुझे अपना बना लिया था...