कही है दिल की बात
कही है दिल की बात
कही तुझसे एक राज की बात,
तू है बड़ी प्यारी,
खुद को खुद से संभाल लेती है,
लाख उलझनों में भी हँसती रहती है,
नहीं कभी शिक़वा किसी से ना उम्मीद
अपनी खुशियाँ खुद ढूंढ लेती है।
हर पल एक नई सोच रखती है,
सबसे प्यार से रिश्ता रखती है,
झूठ पे नफरत जो करती है।
दिल के हिस्से में सबको रखती है,
जब आए मुसीबत अपनों पर,
ढाल कवच बन जाती है।
नहीं कहती दिल की बात किसी से,
खुद ही खुद की साथी बन जाती है,
चल तुझे कहूँ एक दिल की बात
वादा है तुझ से चलूँगी तेरा साया बनके।
जब हो तू उदास तो हँसी में बनके रहूँगी
भीड़ में जब तन्हाई लगे तो
तेरी साथी बनके चलूँगी।
मुशीबत में तेरी ताकत बनके चलूँगी
तू मेरी ताकत भी है और कमजोरी भी,
आज मांगती हूँ एक वादा तुझसे....
अपने दिल में एक जगह ऐसी देना
जब आँखों में आँसू हो
दिल में कोई बात चुभे,
रात के 2 बज गए हो
तब बात करने का दिल करे
गुस्सा और प्यार दोनों हक मुझपे रखें,
एक ऐसी दोस्त मुझे तू मानना।।

