STORYMIRROR

Indu Tiwarii

Romance

3  

Indu Tiwarii

Romance

ख़्वाब

ख़्वाब

1 min
240

ख्वाबों में वो मेरा है,

हक़ीक़त से घबराती हूँ..

कोई छीन न ले मुझसे,

ये सोच के डर जाती हूँ..

धड़कनों का क्या भरोसा

आज हैं कल हो न हो..

इसलिए हर सांस के साथ,

नाम उसका गुनगुनाती हूँ!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance