खेलो होली
खेलो होली
बड़े दिनों के बाद अब
फुरसत से आइरे देखो होली ,
रंगो में रंगे है आज
सब खोले खुशिओं का झोली ,
आया रे आया रे रंगो का त्यौहार ,खेलो होली ......
ये जीवन तो है रंगो से भरा
कभी हसे कभी सुने कुछ गाली ,
समय के रथ पे सवार हुई
आने जाने के घडी ये हाथ रहेगा खाली .
आज खुशियां मनाओ ,नाचो झूमो ,खेलो होली ..........
संगीत के सुरों में भी अलग अलग
पर इसके तान तो है सदा निराली ,
और ये तान पे जब सुर लगे
खुशिओं का रंग मन के साथ खेले होली .
सारे गम भुला दो ,गले में लगालो,खेलो होली .........
सुख दुःख तो यारो आनी जानी
मन के बागीचे को करलो अब खाली ,
अब देखो प्रेम और शान्ति का रंग बरसे
अब नयी दिन और पल तो आनेवाले .
सारे रंग हमारे लिए आज मिले ,खेलो होली ..........
लाल पीला हारा नीला काला नारंगी
सफ़ेद में चढ़ के उसे देखो छुपा डाली ,
खुशीका त्यौहार है आनंद का बाज़ार है
तुम भी कुछ ले लो ,मैँ तो कुछ चुरा ली.
आयो नाचो ,झूमो खुशियां बांटो आज ,खेलो होली .........