कहानी जिंदगी की
कहानी जिंदगी की
मेरी जिंदगी की कहानी भी,
कुछ इस तरह मशहूर हुई,
जब, मैं भी किसी के गम में,
चूर हुई----
मुझे इस दर्द के साथ,
जीना पड़ा----
कुछ इस कदर----
मैं वक्त के हाथों---- मजबूर हुई,
मैंने जिसे भी अपना बनाया,
बस वही चीज----मुझ से दूर हुई,
एक बार जो गए----- इस जिंदगी से,
कहां मिले फिर वे लोग----
जिनके बिना मेरी यह जिंदगी----
बेनूर हुई----
कुछ इस तरह से-----
बंद हुए----
किस्मत के दरवाजे----- कि,
हर खुशी ही मेरी पहुँच से
दूर हुई----- कि---
तन्हा जिंदगी गुजारने को,
मजबूर हुई----
मेरी जिंदगी की कहानी भी
बड़ी मशहूर हुई------

