कहानी बिहार की
कहानी बिहार की
प्राकृति का कहर है या
हमारी सरकार की हार
जो कुछ भी हो
हार बिहार वासियों की है
तीन महीने पहले की
अलर्ट से भी न जागे हम
तो तीन की बारिश ने
राजधानी तबाह कर डाली
क्या कसूर था उनका जिन्हें
अपनी जान गँवानी पड़ी
क्या कसूर है उनका
जो भूख से तड़प रहे हैं
क्या हुआ उस योजना का
सबकी तरक्की सबका
विकास
चुनावी वादे है सभी
जीतने की साजिशें है
गुहार लगा रहा बिहार
विशेष राज्य के दर्जे का
विशेषता तो है
हर मुश्किलों से बिहार
अकेले ही लड़ा है
पर सबके लिए हमेशा खड़ा है ।
