कहाँ है
कहाँ है
जिनते तो आ गयी
लेकिन जीनत-ए-अंजुमन कहाँ है
सोहबत-ए-शब का एहतिमाम तो कर ले
लेकिन मुज्दा-ए-शब कहाँ है ?
मुख्तसर ही तो आता था
बज्म में दौर-ए-जाम
साक़ी से पूछो की
जमाल-ए-मै कहाँ है ?
दाग-ए-फिराक-सोहबत हटाने का
अहेद तो कर ले लेकिन
ए "शाद" नवा-ए सरोश कहाँ है ?